Shaligram Puja Niyam: घर में शालीग्राम रखने से पहले इन बातों को जान लेना है बेहद जरूरी, वरना पड़ सकता है भारी

Shaligram Puja Niyam

Vishnu Shaligram Puja Rules: शालीग्राम को भगवान विष्णु का रूप मानते हैं. विष्णु पुराण के अनुसार जो व्यक्ति शालीग्राम को अपने घर में रखता है और रोजाना उसकी पूजा करता है उसे भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. हालांकि इसे घर में रखने से पहले इससे जुड़े नियमों का पालन करना जरूरी है.
Shaligram Puja Niyam: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार शालीग्राम को विष्णु का विग्रह रूप माना जाता है. विष्णु पुराण के अनुसार जो व्यक्ति शालीग्राम को अपने घर में रखता है और रोजाना उसकी पूजा-पाठ करता है उसे भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. ऐसा घर तीर्थ समान होता है जहां सुख-समृद्धि, खुशहाली की कभी कमी नहीं होती.
अगर आप भी अपने घर में शालीग्राम रखना चाहते है तो सबसे पहले इसे जुड़े नियम जानना बेहद जरूरी है. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि शालीग्राम को स्थापित करने से पहले किन नियमों का पालन करना जरूरी होता है.
घर में शालीग्राम रखने से पहले जान लें नियम
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में कभी भी शालीग्राम को स्थापित करने से पहले इस बात का ख्याल रखें कि इसे हमेशा खरीदकर ही अपने घर में स्थापित करें. किसी से उपहार में ऐसे कभी नहीं लेना चाहिए.
🔹👉- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में शालीग्राम हमेशा एक ही होना चाहिए. यदि आपके घर एक से ज्यादा शालीग्राम है तो इसे क्षमा मांगते हुए नदी में बहा दें.
🔹👉- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शालीग्राम की पूजा करते वक्त अक्षत का इस्तेमाल न करें. यदि आप अक्षत चढ़ाना चाहते हैं तो हमेशा पीले रंग के अक्षत का इस्तेमाल करें.
🔹👉- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस घर में शालीग्राम स्थापित होता है उस घर में मांस, मदीरा, गुटखा आदि नशे से जुड़ी चीजों का सेवन वर्जित माना गया है. इससे इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
🔹👉- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शालीग्राम को तुलसी के पौधे के साथ रखना चाहिए. इससे माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
🔹👉- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शालीग्राम को रोजाना पंचामृत से स्नान करवाना चाहिए. ये शुभ माना जाता है. इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.
🌞ऐसे करें पूजा
🔹👉शालीग्राम की पूजा करने से पहले सबसे पहले स्नान आदि से निवृत हो जाएं. अब शालीग्राम को पंचामृत (दूध, दही, शहद, गंगाजल और घी) से स्नान कराएं. इसके बाग चंदल, फूल आदि चढ़ाएं. अब घी का दीपक जलाएं और भोग लगाएं. भोग में तुलसी का पत्ता जरूर रखें और अब विष्णु भगवान की आरती करें.
🔹👉इस तरह करें पूजा
सुबह स्नान आदि से निवृत होकर सबसे पहले शालिग्राम को स्नान कराएं। इसके बाद चंदन, फूल, भोग आदि अर्पित करें और घी का दीपक जलाएं। भोग में तुलसी दल जरूर डालें। इससे वह प्रसन्न होते हैं, जिससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। अंत में परिवार के साथ विष्णु जी की आरती करें।
🔹👉इस तरह कराएं स्नान
भगवान शालिग्राम को रोजाना पंचामृत से स्नान कराना चाहिए। पंचामृत बनाने के लिए दूध, दही, जल, शहद और घी को मिलाएं। स्नान कराने के बाद इस चरणामृत को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें और अन्य लोगों में भी बांटे।
🔹👉इन बातों का रखें ध्यान
शालिग्राम की पूजा में इस बात का ध्यान रखें कि शालिग्राम जी की पूजा का क्रम टूटना नहीं चाहिए। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि घर में केवल एक ही शालिग्राम रखना चाहिए। एक से अधिक शालिग्राम रखने पर वास्तु दोष लग सकता है।
🔹👉जिस घर में शालिग्राम जी की पूजा की जाती है, वहां मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही शालिग्राम की के पूजा स्थान पर साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें और उनके साथ विष्णु जी की तस्वीर या प्रतिमा भी जरूर रखनी चाहिए।
🔹👉Shaligram Stone : अयोध्या में रामलाल की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल से शालिग्राम की खास शिलाएं मंगवाई गई हैं. सनातन धर्म में शालिग्राम पत्थर को साक्षात भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है और प्रभु राम विष्णु जी के ही सातवें अवतार माने जाते हैं. शालिग्राम को कुछ लोग अपने घर के मंदिर या पूजा के स्थान पर रखते हैं. इसे घर में रखने से न केवल भगवान विष्णु प्रसन्न रहते है, बल्कि धन की देवी माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शालिग्राम को घर में स्थापित करने के बाद कुछ खास नियमों की अनदेखी इंसान को बर्बाद भी कर देती है.
🔹👉अक्षत न चढ़ाएं — ज्योतिषियों का कहना है कि शालिग्राम महाराज पर कभी भी अक्षत यानी चावल नहीं चढ़ाना चाहिए. हर महीने आने वाली एकादशी भगवान विष्णु को ही समर्पित होती है और इसमें भी श्री हरि को अक्षत अर्पित नहीं किया जाता है.
🔹👉मेहनत की कमाई लाएं शालिग्राम — अगर आप अपने घर में शालिग्राम को स्थापित करना चाहते हैं तो हमेशा अपनी मेहनत की कमाई से ही इसे खरीदकर घर लाएं. यह न तो किसी गृहस्थ इंसान को उपहार के रूप में देना चाहिए और न ही किसी से लेना चाहिए. आप या तो इसे अपनी कमाई से खरीद सकते हैं या फिर किसी साधु-संत से ले सकते हैं.
🔹👉एक ही रखें शालिग्राम — शालिग्राम के उपयोग से घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं. शालिग्राम करीब 33 प्रकार के हैं, जिनमें से 24 को श्री हरि भगवान विष्णु के अवतार के रूप में देखा जाता है. शालिग्राम जिस घर में होता है, वहां कभी लोगों पर संकट नहीं आता है. हालांकि ज्योतिषविद कहते हैं कि हमें घर में सिर्फ एक ही शालिग्राम रखना चाहिए. एक से ज्यादा शालिग्राम भूलकर भी न रखें.
🔹👉घर में मांस-मदिरा का सेवन- यदि आपने घर के मंदिर में शालिग्राम रखा है तो आपको मांस या मदिरा-पान के सेवन से परहेज करना चाहिए. अगर ऐसा करना आपके लिए संभव नहीं है तो कम से कम गुरुवार के दिन ऐसी चीजों से बिल्कुल दूर रहें. यह दिन भगवान विष्णु को ही समर्पित होता है. अगर आप इस नियम का पालन नहीं कर पा रहे हैं तो शालिग्राम को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें.
🔹👉पूजा का क्रम न तोड़ें- ज्योतिषियों का कहना है कि घर में एक बार शालिग्राम की पूजा का क्रम शुरू हो जाए तो इसे बिल्कुल नहीं तोड़ना चाहिए. यानी नियमित तौर पर शालिग्राम की पूजा जरूरी है. शालिग्राम को नियमित चंदन, पुष्प, मिष्ठान आदि अर्पित करते रहें. पूजा के समय अगर आप तुलसी दल भी अर्पित कर पाएं तो ये बहुत ही उत्तम होगा.

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Akshay Jamdagni Expert in Solution by Astro, Vastu

Consultant Astrologer and Vaastu expert: Akshay Jamdagni, Years of experience in Jyotish, Vastu & Numerology, etc